Circumcision of women is done in these four ways, know what is the tradition
सबसे बड़े दुख की बात तो ये है कि जब किसी लड़की के साथ जेनिटल म्यूटिलेशन होता है उसे कई तरह के हेल्थ रिस्क भी झेलने होते हैं।
इस प्रोसेस में क्लिटोरिस के कुछ हिस्से या पूरी की पूरी क्लिटोरिस को ही निकाल दिया जाता है।
इस प्रोसेस में ना सिर्फ क्लिटोरिस को अलग किया जाता है बल्कि इनर लीबिया (वेजाइना के आस-पास मौजूद लिप्स जिसे फोरस्किन भी कहते हैं) को भी हटा दिया जाता है।
इस प्रोसेस में अंदरूनी लीबिया को ही हटाया जाता है। बाहरी वेजाइनल लिप्स को छेड़ा नहीं जाता।
इस प्रोसेस में वेजाइनल ओपनिंग को छोटा किया जाता है। एक सील बनाई जाती है जिसके लिए स्किन लीबिया को काटकर ही निकाली जाती है।
यहां वेजाइनल ओपनिंग में टांके लगाए जाते हैं जिससे बेहद दर्द होता है।
इसका एक तरीका ये भी होता है कि पूरा का पूरा एक्सटर्नल जेनेटीलिया ही हटा दिया जाए और वेजाइनल ओपनिंग को सिल दिया जाए।
इस प्रोसेस में वेजाइनल ओपनिंग या फिर क्लिटोरिस को या तो काटा जाता है या फिर उसमें छेद किया जाता है।
कुछ गंभीर मामलों में तो इस हिस्से को जलाया भी जाता है। कुछ जगहों पर इसे छील दिया जाता है।