When is Ganga Dussehra? Know auspicious time, worship method and importance
हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन मां गंगा की पूजा करने से पापों का नाश और अक्षत पुण्यों की प्राप्ति होती है।
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 29 मई, दिन सोमवार को सुबह 11 बजकर 49 मिनट से होगा।
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का समापन 30 मई, दिन मंगलवार को रात 1 बजकर 7 मिनट पर होगा।
ऐसे में उदया तिथि के अनुसार इस साल गंगा दशहरा का पर्व 30 मई को मनाया जाएगा।
गंगा दशहरा यानी कि 30 मई को सुबह 4 बजकर 29 मिनट से हस्त नक्षत्र शुरू होगा।
31 मई, दिन बुधवार (बुधवार के उपाय) को सुबह 6 बजे हस्त नक्षत्र समाप्त होगा।
30 मई को रात 8 बजकर 55 मिनट से व्यतीपात योग शुरू होगा। 31 मई को रात 8 बजकर 15 मिनट पर व्यतीपात योग समाप्त होगा।
ऐसे में हस्तनक्षत्र के दौरान पूजा करना शुभ और लाभकारी होगा। गंगा दशहरा के दिन स्नान-दान का मुहूर्त सुबह 4 बजकर 3 मिनट से 5 बजे तक है।