Give recognition to your children even abroad
विदेश में रहकर अपने बच्चों में अपनी संस्कृति और सभ्यता से जुड़े संस्कार डालना मुश्किल हो जाता है।
बच्चे के जन्म के बाद से उसे भगवान की कथाएं, सकारात्मक कहानियां और दिव्य मंत्र सुनाएं।
ऐसा न समझें कि छोटा बच्चा कुछ नहीं समझता या सुनता है। छोटे बच्चों का दिमाग बहुत तेज होता है।
बचपन में जो वह सबसे ज्यादा सुनते, देखते और समझते हैं उसी के आधार पर उनका व्यक्तित्व बनता है।
बच्चों के सामने पूजा-पाठ कीजिये। उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में बताइये और अपने देश की सभ्यता से जोड़िये।
बच्चों को घर के बड़ों के साए में रखें। घर के बड़ों द्वारा बताई गई बातें बच्चों को बहुत प्रभावित करती हैं।
बच्चों को सभी बड़ों का आदर करना सिखाएं। रिश्तों की परख सिखाएं। बड़ों से बातचीत करने दें।
बच्चों को रोजाना मंदिर अवश्य ले जाएं। बच्चों को मंत्रों का जाप करना भी सिखाएं।
बच्चों से रोजाना कोई एक नेक काम करवाएं जैसे कि पशु-पक्षियों को दाना-पानी डालना।